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अमृत बचन
Wednesday, August 17, 2011
तेरे मंदिर में आना मेरा काम है, मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है
मेरे सिर को झुकाना मेरा काम है, मेरे सिर को उठाना तेरा काम है
मैंने मन को तो मंदिर बना ही लिया, इस मंदिर में बसना तेरा काम है
मैंने तुझको तो अपना बना ही लिया, मुझे अपना बनाना तेरा काम है
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